"अगर सारी कठिनाइयों से हार न मान कर मै इतना कुछ हासिल कर सका हूँ तो कोई और भी ऐसा कर सकता है - यही संदेश है इस पुस्तक के ज़रिये अपने देश के युवाओं को देना चाहता हूँ। इस पुस्तक से प्रेरित होकर यदि एक भी युवा अपना सपना हासिल कर लेता है तो मैं मानूंगा कि इसे लिखने का मेरा प्रयास सफल हुआ। यह पुस्तक देश-भर से प्राप्त युवाओं के ई - मेल और उनके प्रश्नो पर आधारित है और मेरे जवाब अपने अनुभव और जो कुछ मैंने सीखा है - उसी का सार है। ये इस तरह पेश किये गए है कि मिलती-जुलती समस्याओं का सामना कर रहे किसी भी पाठक के लिए जवाबों में छुपे संदेष कारगर हो सकें।